(चाहता तुझे ग़म ना मिले)
(पर चाहतों पे चलते ना ये सिलसिले)
(मिलने की ख़्वाहिश थी तुझसे कभी)
(पर करता दुआ हूँ की हम ना मिले)
(क्यूँ हम ना मिले?)
चाहता तुझे ग़म ना मिले (ग़म ना मिले)
पर चाहतों पे चलते ना ये सिलसिले (ये सिलसिले)
मिलनें की ख़्वाहिश थी तुझसे कभी
पर करता दुआ हूँ की हम ना मिले
क्यूँ हम ना मिले? करता गिले
किसने बनाएँ हैं ये सिलसिले?
ये शिकवे रहे, हम कहते रहे
पर मेरी पुकारे तुम सुनते ना थे
मैं बे-वजह की बेबसी में फसता जा रहा हूँ
मैं अपनी ज़िम्मेदारियों में धसता जा रहा हूँ
मेरे साथ जो चले थे वो सितारे ढल चुके हैं
यहाँ चाँद की तरह अकेला बस मैं रह गया हूँ
बस ये आसमाँ (बस ये आसमाँ)
वो भी चाँद के बिना (वो भी चाँद के बिना)
जहाँ तारे रो रहे हैं (जहाँ तारे रो रहे हैं)
वो भी टूटे बिना (वो भी टूटे बिना)
मैं चिराग जैसा हूँ (मैं चिराग जैसा हूँ)
कर दूँ रोशन ये जहाँ (कर दूँ रोशन ये जहाँ)
मेरे तले हैं अंधेरे (मेरे तले हैं अंधेरे)
जिसकी रोशनी तू था (जिसकी रोशनी तू था)
मैं लिखने बैठूँ जो फिर तो फिर पूरी दास्ताँ ही लिख दूँ
मैं लिख दूँ तेरा नाम, मेरी दास्ताँ ही थी तुम
मेरी बात तुम बस अगर ज़रा सी भी समझ जाती
तो आज ग़ज़ल नहीं कलम तेरी तस्वीरें बनाती
मुझे छोड़कर ना जाएगी (मुझे छोड़कर ना जाएगी)
ये तनहाई मुझे खाएगी (ये तनहाई मुझे खाएगी)
मेरी जान जा रही है बस ये सोच-सोच के
के मेरी जान तू अब लौट कर ना आएगी
मिले दर्द बहुत पर कम मिले हमदर्द
क्या उतारोगे आँसू के फ़र्ज़?
या निभाओगे वादे वफ़ा के
या बन जाओगे तुम भी खुदगर्ज़
Sometimes I feel like life is a curse
I wanna reverse
I won't be alone, I don't wanna do
Didn't know this shit get hurt so much
दिल लगे ना फिर टूटने के बाद
तेरे हाथ में था हाथ, अब हादसे बस याद
गिन-गिन के ये तारे अब कटती है रात
तुम याद मुझे आए बहुत भूलने के बाद
तेरे बाद ज़िंदगी, तेरे बाद क्या सफ़र
बस काटने को दौड़ता है अब मुझे घर
मुझे खुद का ना होश, मुझे तेरी फ़िकर
नहीं आता है तू, ना ही तेरी खबर
बदली सी लगती है अब ज़िंदगी
साथ सब है, बस एक साथ तू ही नहीं
तनहाईयों में बसा लूँ मैं खुद को
जो छुप जाऊँ, तुझको दिखूँ ही नहीं
सबसे अलग थी, तू सबसे जुदा
निकली पत्थर, था तुझको तो समझा खुदा
जब से पसंद थी तुझे रोशनी
तो तब से ही जाना मैं जलता रहा
मिलने से पहले मिलने की बातें
जलपरियों से हर पल-भर की बातें
दिल टूटा था मेरा, तब की बात है
पहले सब ही तू थी, अब सब के बाद है
रखता हूँ तेरी तस्वीरें सिरहाने में
घर को बदल दूँगा अपने मैखाने में
मिलेंगे कैसे हम खुदा ही जाने
रगों में मोहब्बत भी डाली खुदा ने
खुदा के तरीके पे हम चल पड़े, यहाँ दर बड़े
चाहता था तुझको कोई ग़म ना मिले, पर ग़म ही मिले
पहले करती थी मुझसे तू कितने गिले, अब करना गिले
अब ढूँढे हमें तू और हम ना मिले, शायद हम ना मिले
(चाहता तुझे ग़म ना मिले)
(पर चाहतों पे चलते ना ये सिलसिले)
(मिलने की ख़्वाहिश थी तुझसे कभी)
(पर करता दुआ हूँ की हम ना मिले)
(क्यूँ हम ना मिले?)