हमसे रौशन हैं चाँद और तारे
हमको दामन समझिए ग़ैरत का
उठ गए हम अगर ज़माने से
नाम मिट जाएगा मोहब्बत का
दिल है नाज़ुक कली से फूलों से
ये ना टूटे ख़याल रखिएगा
और अगर आप से ये टूट गया
जान-ए-जां इतना ही समझिएगा
क्या?
फिर कोई बाँवरी मोहब्बत की
अपनी ज़ुल्फ़ें नहीं सँवारेगी
आरती फिर किसी कन्हैया की
कोई राधा नहीं उतारेगी
आओ हुज़ूर तुमको सितारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर, आओ
हमराज़, हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो
तय होगा ज़िन्दगी का सफ़र, हमसफ़र बनो
हमराज़, हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो
तय होगा ज़िन्दगी का सफ़र, हमसफ़र बनो
चाहत के उजले उजले नज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर, आओ
लिख दो
लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई ऐसी दास्ताँ
जिस की मिसाल दे न सके सातों आसमां
लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई ऐसी दास्ताँ
जिस की मिसाल दे न सके सातों आसमां
बाहों में बाहें ड़ाले, हज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर तुमको सितारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर, आओ